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Bachho se sikhna

बच्चो से सीखो
अगर हम  सीखना  चाहे  तो  बच्चो से बहुत कुछ सीख सकते  है| पढने मे ये अजीब  लगता  होगा  कि बच्चे तो नामझ   होते  है उनसे भला हम क्या  सीख सकते है| लेकिन  यदि हम उनकी कुछ बातो पर गौर करे तो हम उनसे कुछ सीख सकते है |  जैसे-
(1)  बच्चा कभी भी  किसी काम के बारे  मे यह नही सोचता  कि यह काम मुझसे होगा या नहीं होगा, वह केवल यही सोचता है कि मैं उसे कर लूंगा और वह उसे करने लग जाता है यदि काम एक बार में नहीं होता है तो वह उसे बार -बार करता है |
नामुमकिन क्या होता है यह केवल हम ही जानते है बच्चे नहीं जानते |
Copyright:-google image

(2)बच्चे को किसी भी प्रकार का डर नहीं लगता है , ना हि अँधेरे का,ना हि किसी के डांटने का और ना हि चोट लगने का | 'डर'  शब्द को बच्चा नहीं जानता, इसे  तो केवल हम समझदार लोग जानते  है |
(3)बच्चा जब चलना  भी नहीं जानता है तब भी वह अपनी मनपसंद चीज को पाने के लिए जी-जान लगा देता है और हम दौड़ सकने  वाले भी अपने मनपसंद लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते |

बच्चे नासमझ जरूर होते है परन्तु उनकी नासमझी से भी हम बहुत कुछ सीख सकते है |

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