सोच एक ऐसी चीज है जिससे हम कुछ भी कर सकते हैं। अच्छा या बुरा करना सब विचारों का खेल है। विचारों से ही अपना जीवन चलता है बिना विचारों के हम कोई भी कार्य नहीं कर सकते।
यदि हमारे दिमाग में कोई विचार ही नहीं है तो हम कोई कार्य कैसे करेंगे यह हम खुद समझ सकते हैं
जैसे यदि हम किसी कार्य को करते हैं तो मन में ठान लेते हैं की मैं इस कार्य को कर के ही छोडूंगा साथ में ही हमारे दिमाग में सकारात्मक विचार होते हैं तो हमें उस कार्य के होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता यदि कार्य होता है तो हमारा विश्वास बढ़ता है और यदि हमारा कार्य नहीं भी होता है तो भी हमें कुछ खास फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारे विचार सकारात्मक है इसलिए हमारा ध्यान सकारात्मक कार्य की तरफ ज्यादा रहता है नकारात्मक कार्यों से हम दूर ही रहते हैं।
इतना आसान नहीं है विचारों को सकारात्मक बनाना लेकिन फिर भी नामुमकिन कुछ भी नहीं है। हम लगातार अच्छे विचारों को ध्यान में रखते हुए खुद को सकारात्मक बना सकते हैं।
दुनिया में नामुमकिन कुछ नहीं होता
केवल हमारा देखने का नजरिया अलग होता है।
यदि हमारे दिमाग में कोई विचार ही नहीं है तो हम कोई कार्य कैसे करेंगे यह हम खुद समझ सकते हैं
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जैसे यदि हम किसी कार्य को करते हैं तो मन में ठान लेते हैं की मैं इस कार्य को कर के ही छोडूंगा साथ में ही हमारे दिमाग में सकारात्मक विचार होते हैं तो हमें उस कार्य के होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता यदि कार्य होता है तो हमारा विश्वास बढ़ता है और यदि हमारा कार्य नहीं भी होता है तो भी हमें कुछ खास फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारे विचार सकारात्मक है इसलिए हमारा ध्यान सकारात्मक कार्य की तरफ ज्यादा रहता है नकारात्मक कार्यों से हम दूर ही रहते हैं।
इतना आसान नहीं है विचारों को सकारात्मक बनाना लेकिन फिर भी नामुमकिन कुछ भी नहीं है। हम लगातार अच्छे विचारों को ध्यान में रखते हुए खुद को सकारात्मक बना सकते हैं।
दुनिया में नामुमकिन कुछ नहीं होता
केवल हमारा देखने का नजरिया अलग होता है।
cool.. keep it up
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