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इन तरीकों का उपयोग कर हम बना सकते हैं दीपावली 2020 को बेहतरीन

दिपावली की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं हिंदू धर्म में इस पर्व का बहुत महत्व है।  राम के 14 वर्ष के बाद वापिस अयोध्या लौटने की खुशी में यह पर्व मनाया जाता है। लोग बड़ी धूमधाम से इस पर्व को मनाते हैं। सभी लोग यही चाहते हैं की इस पर्व को अच्छे से अच्छा मनाया जाए। इसके लिए वह हर कोशिश करते हैं। यह एक खुशियों का त्योहार है यह एक मेल मिलाप का भी त्यौहार है। Copyright:- unsplash इन तरीकों का उपयोग कर आप  दीपावली 2019 को बेहतरीन बना सकते हैं- Copyright:- unsplash 1. इस दिन खुश रहे तथा चिंताओं को दूर रखें। 2. लोगों से मेल -भाव बताएं। 3. अच्छी-अच्छी घर की देसी मिठाई बनाएं। 4. छोटों को आशीर्वाद देवे तथा बड़ों से आशीर्वाद है लेवे। Copyright:- unsplash 5. प्रदूषण कम से कम करें तथा स्वच्छता का ख्याल रखें। 6. पटाखों का उपयोग कम से कम करें हो सके तो न ही करें तो बेहतर है। 7. जीवन से संबंधित कोई भी एक अच्छे कार्य की शुरुआत करें। 8. घर तथा आसपास के स्थानों पर अच्छे तरीके से सफाई करें। Copyright:-unsplash     यह त्योहार खुशियों का त्यौहार है इस दिन हमें कुछ बातों का

कबीर के दोहे (पार्ट -1)

कबीर जी एक महान कवि हुए । जिन्होंने अपने समय में बहुत सारी रचनाएं की और बहुत सारे छंद- दोहे  लिखे। जिनमे से मुख्य दोहे नीचे लिखे गए है - " बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय, जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय।" "पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।" “कहैं कबीर देय तू, जब लग तेरी देह। देह खेह होय जायगी, कौन कहेगा देह।” “ऐसी बानी बोलिए, मन का आपा खोय। औरन को शीतल करै, आपौ शीतल होय।” “धर्म किये धन ना घटे, नदी न घट्ट नीर। अपनी आखों देखिले, यों कथि कहहिं कबीर।” Copy right:-google image "चाह मिटी, चिंता मिटी मनवा बेपरवाह । जिसको कुछ नहीं चाहिए वह शहनशाह ।" "गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाँय । बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो मिलाय ।" "यह तन विष की बेलरी, गुरु अमृत की खान । शीश दियो जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान ।" "सब धरती काजग करू, लेखनी सब वनराज । सात समुद्र की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाए ।" "बड़ा भया तो क्या भया, जैसे पेड़ खजूर । पंथी को

सुबह देरी से उठने के नुकसान

सुबह जल्दी उठना हमारी सेहत और दिन भर के कार्यों के लिए बहुत ही जरूरी है। यदि हम सुबह देरी से उठेंगे तो हमें दिन भर उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। साथ ही साथ है सुबह देरी से उठने से हमारा आलस भी दूर नहीं होता। वर्तमान समय में व्यक्तियों की सबसे बड़ी बीमारी है- देरी से उठना। आजकल के व्यक्ति मोबाइल और टीवी तथा अन्य साधनों में इतने व्यस्त रहते हैं की उसे सोने का भी समय नहीं मिलता। Copy right:-unsplash सुबह जल्दी उठने के लिए हमें रात को जल्दी सोना चाहिए। सुबह देरी से उठने से हमें बहुत नुकसान होता है हम सुबह जितनी देरी से उठेंगे दिन भर में हम उतना ही पीछे हो जाएंगे। हमारा कोई भी कार्य समय पर नहीं हो पाएगा साथ ही साथ हैं हमारे बनाए हुए सभी कार्यक्रम रद्द हो जाएंगे। Copy right:-unsplash जैसे हमें सुबह 5:00 बजे उठना है और हम उठते हैं 6:00 बजे तो हम दिन में 1 घंटा पीछे हो जाते हैं। दिन भर में हम जो भी कार्य करते हैं उसमें हम एक घंटा पीछे ही रहते हैं चाहे हम कितना भी कार्य करें लेकिन जो हम 1 घंटे की देरी करते हैं उसकी पूर्ति नहीं कर सकते। हम 1 घंटे लेट रुकने से जो काम चाहते हैं वह कर