सुबह जल्दी उठना हमारी सेहत और दिन भर के कार्यों के लिए बहुत ही जरूरी है। यदि हम सुबह देरी से उठेंगे तो हमें दिन भर उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। साथ ही साथ है सुबह देरी से उठने से हमारा आलस भी दूर नहीं होता।
वर्तमान समय में व्यक्तियों की सबसे बड़ी बीमारी है- देरी से उठना। आजकल के व्यक्ति मोबाइल और टीवी तथा अन्य साधनों में इतने व्यस्त रहते हैं की उसे सोने का भी समय नहीं मिलता।
सुबह जल्दी उठने के लिए हमें रात को जल्दी सोना चाहिए। सुबह देरी से उठने से हमें बहुत नुकसान होता है हम सुबह जितनी देरी से उठेंगे दिन भर में हम उतना ही पीछे हो जाएंगे। हमारा कोई भी कार्य समय पर नहीं हो पाएगा साथ ही साथ हैं हमारे बनाए हुए सभी कार्यक्रम रद्द हो जाएंगे।
जैसे हमें सुबह 5:00 बजे उठना है और हम उठते हैं 6:00 बजे तो हम दिन में 1 घंटा पीछे हो जाते हैं। दिन भर में हम जो भी कार्य करते हैं उसमें हम एक घंटा पीछे ही रहते हैं चाहे हम कितना भी कार्य करें लेकिन जो हम 1 घंटे की देरी करते हैं उसकी पूर्ति नहीं कर सकते। हम 1 घंटे लेट रुकने से जो काम चाहते हैं वह कर नहीं सकते। कितनी भी मेहनत कर लो हम दिन भर में एक घंटा पीछे ही रहते हैं
करो हिम्मत, उठो जल्दी
करो काम, रहो हेल्दी।
वर्तमान समय में व्यक्तियों की सबसे बड़ी बीमारी है- देरी से उठना। आजकल के व्यक्ति मोबाइल और टीवी तथा अन्य साधनों में इतने व्यस्त रहते हैं की उसे सोने का भी समय नहीं मिलता।
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सुबह जल्दी उठने के लिए हमें रात को जल्दी सोना चाहिए। सुबह देरी से उठने से हमें बहुत नुकसान होता है हम सुबह जितनी देरी से उठेंगे दिन भर में हम उतना ही पीछे हो जाएंगे। हमारा कोई भी कार्य समय पर नहीं हो पाएगा साथ ही साथ हैं हमारे बनाए हुए सभी कार्यक्रम रद्द हो जाएंगे।
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जैसे हमें सुबह 5:00 बजे उठना है और हम उठते हैं 6:00 बजे तो हम दिन में 1 घंटा पीछे हो जाते हैं। दिन भर में हम जो भी कार्य करते हैं उसमें हम एक घंटा पीछे ही रहते हैं चाहे हम कितना भी कार्य करें लेकिन जो हम 1 घंटे की देरी करते हैं उसकी पूर्ति नहीं कर सकते। हम 1 घंटे लेट रुकने से जो काम चाहते हैं वह कर नहीं सकते। कितनी भी मेहनत कर लो हम दिन भर में एक घंटा पीछे ही रहते हैं
करो हिम्मत, उठो जल्दी
करो काम, रहो हेल्दी।
काफी अच्छी जानकारी दी आपने nice article
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