सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

ट्रेड वॉर (trade war) क्या होता है

ट्रेड वॉर का मतलब है की जब दो या उससे अधिक  देश बदले की भावना से या किसी अन्य कारण से एक-दूसरे के लिए व्यापार में समस्या पैदा करते हैं तो उसे ट्रेड वॉर (trade war)यानी व्यापार युद्ध कहा जाता है इसके लिए एक देश दूसरे देश से आने वाले समान पर टैरिफ या टैक्स लगा देता है या पहले से लगे हुए टैक्स  बढ़ा देता है  इससे आयात होने वाली चीजों की कीमत बढ़ जाती हैं, जिससे वे दूसरे देश के घरेलू बाजार में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाती है इससे उनकी बिक्री घट जाती है अमेरिका और चीन के बीच यही चीज देखी जा रही है|
वर्तमान में दुनिया के दो सबसे ताकतवर मुल्क आमने-सामने हैं अमेरिका ने चीन से आयात होने वाली 60 अरब डॉलर की वस्तुओं पर ड्यूटी लगा दी है बदले में चीन ने भी अमेरिका से आने वाले 3 अरब डॉलर के सामान पर टैक्स लगाने का एलान कर दिया है अब दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर शुरू हो गया है|
ट्रेड वॉर में दो देश व्यापार के मामले में एक - दूसरे के सामने आ जाते है जो आपस में ही व्यापार घाटा लगाने की कोशिश करते है जिसके कारण वे खुद के देश में आयात होने वाली वस्तुओ पर टैक्स लगा देते है या लगे हुए टैक्स को बढ़ा देते है इसका कारण आपसी तनाव या अन्य कोई भी कारण हो सकता है |

भारत पर इसका क्या असर पड़ेगा?

विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्था चीन और अमेरिका का आपस में मन मुटाव होने का असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा | इसके कारण भारत का बाज़ार भी एक फीसदी गिरा है|
ग्लोबल ट्रेड वॉर (world trade war) से भारत को सबसे बड़ी समस्या यह होने वाली है की विदेशी निवेशको का भारत से पैसा निकालना | इससे देश को विदेसी मुद्रा की समस्या का सामना करना पड़ेगा | और देश की अर्थव्यवथा को भी नुकसान होगा |

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सकारात्मक विचारों के फायदे

सोच एक ऐसी चीज है जिससे हम कुछ भी कर सकते हैं। अच्छा या बुरा करना सब विचारों का खेल है। विचारों से ही अपना जीवन चलता है बिना विचारों के हम कोई भी कार्य नहीं कर सकते। यदि हमारे दिमाग में कोई विचार ही नहीं है तो हम कोई कार्य कैसे करेंगे यह हम खुद समझ सकते हैं Copyright:-unsplash जैसे यदि हम किसी कार्य को करते हैं तो मन में ठान लेते हैं की मैं इस कार्य को कर के ही छोडूंगा साथ में ही हमारे दिमाग में सकारात्मक विचार होते हैं तो हमें उस कार्य के होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता यदि कार्य होता है तो हमारा विश्वास बढ़ता है और यदि हमारा कार्य नहीं भी होता है तो भी हमें कुछ खास फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारे विचार सकारात्मक है इसलिए हमारा ध्यान सकारात्मक कार्य की तरफ ज्यादा रहता है नकारात्मक कार्यों से हम दूर ही रहते हैं। इतना आसान नहीं है विचारों को सकारात्मक बनाना लेकिन फिर भी नामुमकिन कुछ भी नहीं है। हम लगातार अच्छे विचारों को ध्यान में रखते हुए खुद को सकारात्मक बना सकते हैं। दुनिया में नामुमकिन कुछ नहीं होता केवल हमारा देखने का नजरिया अलग होता है।

The Power of Decision

फैसला एक ऐसी शक्ति है जिसके द्वारा व्यक्ति कुछ भी कर सकता है।हम आमतौर पर अपने जीवन में छोटे - बड़े या सही - गलत फैसले लेते रहते है। व्यक्ति में फैसले लेने की ताकत होनी चाहिए।इसके द्वारा व्यक्ति बड़े से बड़े काम कर सकता है। फैसले लेने के अभाव में व्यक्ति बड़ा कदम नहीं उठा सकता क्योंकि बड़ा कदम उठाने के लिए कड़े फैसले, सही दिशा तथा कठिन मेहनत करनी पड़ती है।   सही समय पर लिया गया सही फैसला आदमी को बहुत आगे तक ले जाता है तथा सही समय पर लिया गलत फैसला आदमी को बहुत हानि पहुंचाता है   ऐसे बहुत सारे लोग है जिसकी सुरुआती समय में हालत बहुत ही खराब थी परन्तु सही समय पर उनके   द्वारा लिया गया सही फैसला तथा कठिन मेहनत के द्वारा आज उनकी स्थिति कहां से कहां पहुंच गई इसे बताने की जरूरत नहीं। व्यक्ति को कम से कम फैसला तो लेना ही चाहिए क्योंकि गलत फैसला भी लेने वाला व्यक्ति उस व्यक्ति से कम से कम अच्छा है जो डर की वजह से फैसला लेता ही नहीं है।आदमी जब कुछ फैसला ही नहीं लेगा या बड़ा कदम ही नहीं उठाएगा तो फिर आगे केसे बढ़ेगा। डरे नहीं बल्कि सही समय पर सही फैसले ले और जीवन में आगे बढ...

निराशा को कैसे दूर करें

निराशा हमारी सबसे बड़ी कमियों में से एक है जो व्यक्ति जितना जल्दी निराश होता है वह काम में भी उतना ही पीछे हो जाता है। जीवन संघर्षों से भरा पड़ा है ऐसे में व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए धैर्य, साहस तथा आशाएं जैसे प्रमुख गुणों को अपनाना चाहिए।   व्यक्ति को खासतौर पर निराशावादी नहीं होना चाहिए। कुछ लोगों की आदत होती है कि वह बहुत जल्द ही किसी काम के प्रति निराश हो जाते हैं इसका मुख्य कारण व्यक्ति में धैर्य की कमी हो जाने के कारण होता है। व्यक्ति में जितना ज्यादा धैर्य व साहस होगा व्यक्ति उतना ही निराशा से दूर होता जाएगा।    निराशा का एक बड़ा कारण उसकी सोच भी हो सकती है क्योंकि हमारी छोटी सोच होने के कारण थोड़ी सी परेशानियों में हमारे कार्य करने के विकल्प खत्म हो जाते हैं ऐसे में हमें सोच का विस्तार करना चाहिए जिससे हमें उसी से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त हो सके तथा किसी कार्य को सही तरीके से कर सकें। निर्णय लेने की शक्ति कैसे पैदा करें     जब हम किसी काम को कर रहे होते हैं या करते हैं तो उस काम से जुड़ी पूरी जानकारी नए होने के कारण हमारे मन में निराशा पैदा हो जा...